"आनंद डोह ... "
आम्हा श्रेष्ठत्वाचा कधीच नाही मोह, चार ओळीने व्यापतो आमचा "आनंद डोह ..."
Wednesday, November 16, 2011
"इट का जवाब
हमभी पत्थरसे देना जानते थे मगर ...
हाथ उठा नही के हाय ... जालीमने मुस्कुरा दिया ... "
------- विशाल
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