"आनंद डोह ... "
आम्हा श्रेष्ठत्वाचा कधीच नाही मोह, चार ओळीने व्यापतो आमचा "आनंद डोह ..."
Friday, March 30, 2012
लोग कहे नादानसे " नजर आते हो परेशानसे ?"
खुदको ढूंढ़ रहे है बस ... खुदसे होकर अन्जानसे ...
--- विशाल
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