Tuesday, November 29, 2011

महासागराच्या क्षितिजावर मावळती देतसे साद 
जे बुडाले डबक्यामध्ये ... त्यांचे बुडणेही बरबाद 
---विशाल 

Monday, November 28, 2011

देव चोरला माझा



देव चोरला माझा देव चोरला...
भला थोरला माझा देव चोरला ...

झगमग पाहुनिया पाठ फिरवून गेला 
रोषणाईमध्ये देव माझा हरवून गेला 
नाही उरली भक्ती ... भाव नाही उरला ...
देव चोरला ...

हरवून गेले संत काल उरलेले थोडे 
पावलांचे नसे मोल आज महागले जोडे 
टेकू चरणी माथा असा कोण उरला ...
देव चोरला ....
--- मोरया (अवधूत गुप्ते )

Friday, November 25, 2011

Thursday, November 24, 2011

कोई अफसोस क्यू करे, जो हम रहे न रहे...
उधारकी थी जिंदगी .... उधार खर्च हो गयी ... 
---- विशाल 

Wednesday, November 23, 2011




वो आगाज करते है... उसी अन्दाजमे लेकीन...
हमही है जो मुस्कुराना भूल गये शायद ...
---- विशाल 

Sunday, November 20, 2011


वो क्या जाने जालीम, क्या होता है राह देखना ...

वहा बिते पल दो पल... यहा जमाने गुजर गये ...
----- विशाल 

Thursday, November 17, 2011

   "मी" ...
   तिच्या आठवणीत ...
   मी वळतानाही
   अन पळतानाही ...

   "ती" ...
   किती सुंदर ...
   ती छळतानाही 
   अन जाळतानाही ...
   ----विशाल 

Wednesday, November 16, 2011




"इट का जवाब हमभी पत्थरसे देना जानते थे मगर ...
हाथ उठा नही के हाय ... जालीमने मुस्कुरा दिया ... " 
------- विशाल 

Tuesday, November 15, 2011



क्या बताए उनको के दिल भर गया है कितना ..
अब हातसे खालीभी पैमाने छलकते है ....
----- विशाल 

Saturday, November 12, 2011


किती अजाण तू किती निरागस परे जगाच्या परी,
बाळबोध शंका तुझ्या मला भंडावूनी गेल्या ...
गोंधळात टाकून अशी मज खुशाल हसलीस गाली,
जुन्या कहाण्या हृदयात किती डोकावुनी गेल्या ...
-----------विशाल 
तेरी यादके सिवा याद करनेके लिये दुनियामे है ही क्या ...
ये मै बस सोचही रहा था..... 
के फिर तेरी याद आ गयी ...
----- विशाल  

Wednesday, November 9, 2011

गात्रागात्रातून फुललीस जेव्हा 
संन्यस्तांचे सुटले संयम 
फुटले बांध देहाचे या अन 
कोप-यात बसले शिस्त नियम 
------- विशाल